चार जून 2024 को सुबह से ही लोकसभा चुनाव की मतगणना ने लोगों को टीवी से बांधे रखा। कब, कहां और कैसे उनके मनपसंद पार्टी के उम्मीदवार कितने वोटों से आगे और पीछे रहे इसको जानने के लिए वे हर पल आतुर दिखे। बीजेपी का गढ़ माने जाने वाली एटा लोकसभा सीट की मतगणना में शुरू से ही सपा के देवेश शाक्य ने बढ़त बनाए रखी।
दोपहर बारह बजे तक सपा के देवेश शाक्य 93057 के साथ बीजेपी के दो बार से लगातार सांसद रहे राजवीर सिंह के 81963 वोट से 11094 से आगे रहे। वहीं बसपा के मो. इरफान के 14755 वोट थे। एक घंटे बाद करीब दोपहर एक बजे भी सपा के देवेश शाक्य ने 18598 वोट से बढ़त बनाए रखी, इन्हें 138144 वोट, बीजेपी के राजवीर सिंह को 119546 को वोट और बसपा के मो. इरफान के पाले में 21589 वोट थे।
दोपहर दो बजे के करीब सपा के देवेश शाक्य के लिए 176534,
भाजपा के राजवीर सिंह के लिए 157006 और बसपा के मो. इरफान के लिए 28586 वोट गिने जा चुके थे। इस समय सपा के देवेश शाक्य 19528 वोटों से भाजपा से आगे चल रहे थे।
शाम चार बजते-बजते 607715 वोट खुल चुके थे जिसमें से सपा के देवेश शाक्य ने बढ़त बनाए रखी। वे 291969 वोट लेकर बीजेपी के राजवीर सिंह के 260513 वोट की तुलना में 31456 वोट से आगे रहे। बसपा के मो. इरफान ने भी अपने लिए 46242 वोट जुटा लिए थे।
करीब साढ़े पांच बजे सपा के देवेश शाक्य 380421 वोट के साथ 21047 वोट से आगे रहे। इनकी तुलना में बीजेपी के राजवीर सिंह के 359374 वोट गिने गए। बीएसपी के मो.इरफान को 58926 वोट मिले।
देवेश की जीत के पीछे शाक्य और मुस्लिम फैक्टर ने बाजी पलट दी। बीजेपी का गढ़ कही जाने वाली एटा लोकसभा सीट में पिछले दो बार से लगातार सांसद रहे पार्टी के राजवीर सिंह ने धरातल पर विकास के नाम पर कुछ खास नहीं किया। इसको लेकर भी जनता में गुस्सा था, जो इस बार चुनावी नतीजों में देखने को मिला। देखने वाली बात यह भी रही कि इस चुनाव में स्टार प्रचारक भी अपना ग्लैमर नहीं दिखा पाए। चुनावी रैलियों में भाजपा ने जीत के लिए अपने स्टार प्रचारक उतारे जिसमें कासगंज में अमित शाह, योगी और केशव प्रसाद मौर्य ने सभाएं की थीं, लेकिन उनके प्रलोभन इस बार जनता को नहीं लुभा पाए और उसने अपने मत की ताकत दिखाते हुए पार्टी को धूल चटा दी। देर शाम तक वीवीपैट में खराबी आने से एटा लोकसभा सीट का परिणाम घोषित होने में विलंब हुआ।
देवेश शाक्य को 475808 वोट मिले वही राजवीर सिंह को 447756 मिले, यानि 28,052 वोटो के अंतर से सपा ने डेढ़ दशक बाद इस सीट पर वापसी की है।